रक्षाबंधन पर भद्रा: जानें प्रभाव और समय

क्या रक्षाबंधन पर भद्रा लग रही है? जानें भद्रा क्या है, उसके समय और रक्षाबंधन पर भद्रा के प्रभाव के बारे में। अपने त्योहार को सही तरीके से मनाने के लिए जरूरी जानकारी यहाँ प्राप्त करें।

7/25/20251 min read

भद्रा क्या है?

भद्रा एक खगोलीय घटना है, जो चंद्रमा की स्थिति से संबंधित होती है। जब चंद्रमा विशेष स्थिति में होता है, तो इसे भद्र काल कहा जाता है। भारतीय पौराणिक कथाओं के अनुसार, भद्रा के समय कार्यों को करना अशुभ माना जाता है। ऐसे में रक्षाबंधन जैसे त्योहारों पर इसका विशेष ध्यान रखा जाता है। यह जानना जरूरी है कि क्या रक्षाबंधन पर भद्रा लग रही है और इसका क्या प्रभाव पड़ सकता है।

रक्षाबंधन पर भद्रा का महत्व

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते को मनाने का एक विशेष अवसर है। इस दिन बहने अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, और उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। परंतु, अगर भद्रा लग रही हो, तो ऐसे में इसे श्रावण मास के शुद्ध और पवित्र वातावरण के रूप में नहीं देखा जा सकता है। इसलिए, इस समय राखी बांधना कुछ परिवारों के लिए विवाद का कारण बन सकता है।

भद्रा के दौरान राखी बांधना चाहिए या नहीं?

कई लोग मानते हैं कि भद्रा के समय राखी पहनाना या बांधना अशुभ है, जबकि कुछ लोग इसे ज्यादा महत्व नहीं देते हैं। यदि आप ज्योतिष में विश्वास रखते हैं, तो भद्रा के समय राखी ना बांधना आपके और आपके परिवार के लिए बेहतर हो सकता है। हालांकि, यह पूरी तरह से व्यक्तिगत विश्वास पर निर्भर करता है। अगर आप भद्रा के समय राखी बांधने का निर्णय लेते हैं, तो इसे अपने अपने परिवार की भावना और परंपरा के अनुसार करें।

अंत में, रक्षाबंधन पर भद्रा का असर कितना होता है, यह मुख्य रूप से इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे किस दृष्टिकोण से देखते हैं। जबकि कुछ लोग इसे एक सकारात्मक दिन मानते हैं, दूसरों का मानना है कि भद्रा जैसी खगोलीय घटनाओं का कोई महत्त्व नहीं होना चाहिए। इसलिए, सही निर्णय लेने के लिए अपनी समग्र स्थिति और विश्वास पर विचार करें।